इस फिल्म टोटल बॉक्स ऑपिस कलेक्शन था लगभग 18 करोड़ रुपये , लेकिन फिर आखिर में बदल दिया फिल्म का क्लाइमैक्स
सदी के महानायक अमिताभ बच्चन की दुनियाभर में गजब की फैन फॉलोइंग हैं। अमिताभ बच्चन पिछले 54 सालों से फिल्मों में सक्रिय हैं और अपनी जबरदस्त अभिनय से दर्शकों का मनोरंजन करते नजर आ रहे हैं। 80 साल की उम्र में भी वह इतने फिट हैं कि छोटे पर्दे से लेकर बड़े पर्दे दर्शक आज भी उन्हें देखते रहता पसंद करते हैं।

आज हम आपको अमिताभ बच्चन की उस एक ब्लॉकबस्टर फिल्म से जुड़ी जानकारी देने जा रहे हैं, जिसे जानकर शायद आप भी हैरान रह जाएंगे। बात है साल 1982 की जब फिल्म ‘कुली’ की शूटिंग चल रही थी, उसी दौरान एक ऐसा हादसा हो गया था कि पूरा देश सदमे में आ गया था। दरअसल, कुली के लिए अपने को-स्टार पुनीत इस्सर के साथ एक लड़ाई के दृश्य को फिल्माते समय अमिताभ को आंतों में घातक चोट लग गई थी।

अमिताभ फिल्म में अपने स्टंट खुद कर रहे थे और एक दृश्य के लिए उन्हें एक मेज पर गिरना पड़ा और फिर जमीन पर गिरना पड़ा। हालांकि, जैसे ही वह टेबल की ओर कूदे, टेबल का कोना उसके पेट से टकरा गया, जिससे उनका एक स्प्लेनिक टूट गया, और उनके शरीर से काफी खून बह दिया था। उन्हें एक आपातकालीन स्प्लेनेक्टोमी की आवश्यकता थी और कई महीनों तक अस्पताल में गंभीर रूप से बीमार रहे। कहा जाता है कि उस वक्त डॉक्टर भी कुछ कह पाने में असमर्थ थे।

रिपोर्ट्स की माने तो जिस अस्पताल में वह भर्ती थे, उसके बाहर फैंस की लंबी कतारें थीं। आखिरकार फैंस की दुआओं से अमिताभ बच्चन मौत के मुंह से निकलकर बाहर आए गए, इससे उभरते ही उन्होंने फिर से फिल्म ‘कुली’ की शूटिंग शुरू की। दरअसल, इस फिल्म में अमिताभ बच्चन के किरदार को अंत में मरना होता है,

आपको बता दे की लेकिन इसतना बड़ा हादसा हो जाने के बाद फिल्म के निर्देशक मनमोहन देसाई ने ‘कुली’ के क्लाइमैक्स को बदल दिया, क्योंकि अमिताभ को फिल्म में मारना उन्हें उचित नहीं लगा। उन्हें लगा ऐसा करने से उनके फैंस को बुरा लगेगा और फिर फिल्म के अंत तक अमिताभ के किरदार को जिंदा रखा गया।

मीडिया की माने तो जब यह फिल्म सिनेमाघरों में रिलीज हुई, तो बॉक्स ऑफिस पर ब्लॉकबस्टर बनकर उभरी। उस दौर में इस फिल्म का टोटल बॉक्स ऑफिस कलेश्न लगभग 18 करोड़ रुपये था। कहा तो ये भी जाता है कि जब दर्शक ये फिल्म देखने थिएटर पहुंचे तो अपने सुपरस्टार को देख उनकी आंखें नम हो गई थीं। ऐसा कहा जाता है कि दर्शक सिनेमाघरों से रोते हुए बाहर निकले थे।