13 साल की उम्र में शुरू किया था अपना करियर , जानिए लता मंगेशकर के कुछ सदाबहार गाने

भारत रत्न स्वर कोकिला लता मंगेशकर:

हिंदी सिनेमा और म्यूजिक जगत के लिए 6 फरवरी का दिन जिसको शायद ही कोई भूल पाएगा। उस दिन भारत रत्न स्वर कोकिला लता मंगेशकर का निधन हो हुआ था।92 साल की उम्र में लता दी ने दुनिया को अलविदा कह दिया, इस खबर ने न सिर्फ मनोरंजन जगत के लोगों की बल्कि देश के करोड़ों फैंस की आंखों को नम कर दिया। लता मंगेशकर लगभग एक महीने से बीमार चल रही थीं।8 जनवरी को उन्हें कोरोना संक्रमित होने के बाद लता मंगेशकर को मुंबई के ब्रीच क्रैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। लता को कोरोना के साथ निमोनिया भी हो गया था।

30,000 से ज्यादा गानों को दी अपनी आवाज

भारतीय सिनेमा के महान पार्श्व गायकों में से एक लता मंगेशकर ने साल 1942 में 13 साल की उम्र में अपना करियर शुरू किया और विभिन्न भारतीय भाषाओं में 30,000 से अधिक गाने गाए हैं। अपने 70 साल से अधिक के करियर में उन्होंने ‘जरा आंख में भरलो पानी’, ‘आज फिर जीने की तमन्ना है’, ‘अजीब दास्तान है ये’, ‘प्यार किया तो डरना क्या’, ‘नीला आसमां सो गया’ और ‘तेरे लिए’ जैसे कई यादगार ट्रैक्स को अपनी आवाज दी है। मोहम्मद रफ़ी, किशोर कुमार सहित कई सिंगर्स के साथ उन्होंने कई सदाबाहर गाने गए।

लता दी के कुछ सदाबाहर गाने

1.‘आज फिर जीने की तमन्ना है’

‘आज फिर जीने की तमन्ना’ वो गाना, जिसको आज भी लोग सुनना पसंद करते हैं।इस गाने के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार के लिए नामांकित किया गया था।

2.‘तुझे देखा तो ये जाना सनम’

‘दिल वाले दुल्हनिया ले जाएंगे’ का सुपरहिट गाना ‘तुझे देखा तो ये जाना’ इस गाने ने शाहरुख और काजोल की जोड़ी को सुपरहिट बना दिया। लता और कुमार शानू ने इस गाने को अपनी आवाज दी।इस गाने को लोग आज भी ‘लव एंथम’ मानते हैं।

3.‘हमको हमी से चुरा लो’

‘मोहब्बतें’ फिल्म का सुपरहिट गाना ‘हमको हमी से चुरा लो’ को भला कैसे भूल सकते हैं। ये लता दी के सदाबाहर गानों में से एक है।

4.‘ऐ मेरे वतन के लोगों’ 

‘ऐ मेरे वतन के लोगों’ वो गीत जो देशप्रेम को दर्शता है, सैनिकों के बलिदान को याद कराता है। इस मार्मिक गीत को सुनकर आज भी लोगों की आंखे नम हो जाती हैं।1963 में गणतंत्र दिवस के मौके पर नई दिल्ली के नेशनल स्टेडियम में राष्ट्रपति एस राधाकृष्णन और प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की उपस्थिति में लता के प्रदर्शन ने भीड़ की आंखों को नम कर दिया था।

5.‘कभी खुशी कभी गम’

‘कभी खुशी कभी गम’ के टाइटल ट्रैक को स्वर कोकिला ने अपनी आवाज दी।इस चर्चित धुन को सुनने के बाद संगीत प्रेमी आज भी लता दी के आवाजा के जादू को भूल नहीं पाते है।

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