क्या आप जानते है , क्या कारण था जो संजीव कुमार जीवन भर रहे अविवाहित , जाने इसके पीछे की पूरी कहानी

दोस्तों , हिंदी बॉलीवुड के  स्टार संजीव कुमार  आज हमारे बीच नहीं रहे , लेकिन एक्टर से जुड़े ढ़ेरों किस्से आज भी मशहूर हैं।   ‘नौकर’, ‘नमकीन, ‘आंधी’ ,’चरित्रहीन’, ‘नया दिन नई रात’  जैसी फिल्में देने वाले संजीव कुमार का जन्म 9 जुलाई 1938 को सूरत में हुआ था । आपको बता दें कि संजीव कुमार ने कभी शादी नहीं की थी और महज 47 साल की उम्र में दिल का दौरा पड़ने से उनकी मौत हो गई थी।  शादी न करने के  पीछे था वो डर जो बचपन से उनका पीछा करता आ रहा था। इसके अलवा और भी कई कारन थे जिसके चलते संजीव ने शादी नहीं की । तो चलिए जानते है उस डर को और उन कारणों को –

फ़िल्मी सफर –

आपको बता दे की संजीव  ने अपने अभिनय सफर की शुरुआत थियेटर  से की थी। एक्टिंग के शौक की वजह से ‘इप्टा’ से जुड़े फिर इंडियन नेशनल थियेटर से जुड़ गए । ‘हम हिंदुस्तानी’ फिल्म से फिल्मी दुनिया में कदम रखा । इसके बाद कई फिल्मों में काम किया लेकिन असली पहचान मिली ‘राजा और रंक’ से मिली । संजीव एक ऐसे एक्टर थे जिसने रोमांटिक,हास्य, गंभीर हर तरह के किरदार निभाए थे ।

हेमा मालिनी पर फ़िदा थे संजीव-

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार  संजीव कुमार एक्ट्रेस हेमा मालिनी को बहुत पसंद करते थे और उनसे शादी भी करना चाहते थे । हालांकि, हेमा के मना करने के बाद संजीव कुमार का दिल इस कदर टूटा कि उन्होंने कभी शादी नहीं करने का फैसला कर लिया था । आपको बता दे की संजीव कुमार के कभी शादी नहीं करने का असर एक्ट्रेस सुलक्षणा पंडित  पर पड़ा था । असल में सुलक्षणा पंडित भी संजीव कुमार से बहुत प्यार करती थीं लेकिन जब एक्टर ने शादी नहीं की तो सुलक्षणा भी ताउम्र अविवाहित ही रहीं थीं ।

10 साल की उम्र और मौत का कनेक्शन-
फिल्म ‘कत्ल’ की शूटिंग के समय संजीव कुमार ने एक बार दिवंगत फिल्म समीक्षक जयप्रकाश चौकसे को बताया था, ‘उनके पिता जब 10 साल के हुए थे तो उनके दादा की मौत हो गई थी। जब मैं 10 साल का हुआ तो मेरे पिता की मौत हो गई’। इस बात  संजीव कुमार इस कदर अंधविश्वासी हो गए थे उन्हें लगता था कि वह भी अगर शादी करेंगे तो बच्चे होंगे, बच्चा 10 साल का होगा और मैं मर जाऊंगा।

डर सच होता दिखा –

मीडिया रिपोर्ट की माने तो संजीव कुमार के भाई थे किशोर जरीवाला, एक एक्सीडेंट में उनकी मौत हो गई। भाई के ना रहने पर संजीव कुमार ने भाई के बेटे को कानूनी तौर पर गोद ले लिया। ये बात अविश्वसनीय लग सकती है लेकिन है सच जब उनका गोद लिया बेटा 10 साल का हुआ तो दिल का दौरा पड़ने से संजीव कुमार 6 नवंबर 1985 में चल बसे।

मां बीच में न आतीं तो हो जाती शादी-

संजीव कुमार की बायोग्राफी हाल ही में लॉन्च हुई है। इसमें लिखे उनकी पर्सनल लाइफ के किस्से सुर्खियों में हैं। किताब में शबाना आजमी संग उनके रिलेशन का भी जिक्र है। इसमें बताया गया है कि अगर संजीव कुमार की मां बीच में न आई होतीं तो वह शबाना आजमी से शादी कर लेते। बायोग्राफी में संजीव कुमार के 1979 के इंटरव्यू को लिया गया है। यह उन्होंने स्टारडस्ट मैगजीन को दिया था।

 

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