जाने काला पत्थर फिल्म की असली कहानी – अमिताभ ,शत्रुघ्न,शशि , संजीव कुमार ,राखी ,नीतू
काला पत्थर 24 अगस्त 1979 को आई थी. इसका निर्माण-निर्देशन यश चोपड़ा ने किया था. फिल्म की पटकथा सलीम-जावेद की थी। काला पत्थर औद्योगिक त्रासदी पर बनी बॉलीवुड की पहली फिल्म है. इसकी कहानी धनबाद के नजदीक कोयले की खदान की दुर्घटना से प्रेरित थी जिसमें टनल में पानी भर जाने की वजह से बड़े पैमाने पर मजदूरों की मौत हो गई थी..काला पत्थर की कहानी कोयले की खदान में हुए हादसे को दिखाती और उसके बाद के रेस्क्यू ऑपरेशन को दिखाती है.
काला पत्थर में सितारों की भरमार के बावजूद अभिनय के दम पर अमिताभ सारा लाइम लाइट लूट ले गए थे. उन्होंने यह भी बताया कि फिल्मों में आने से पहले उन्होंने कोलकाता की कंपनी के लिए आसनसोल और धनबाद स्थित कोयले की खदान के लिए काम किया जबकि उनके साथ शशि कपूर, शत्रुघ्न सिन्हा, राखी, परवीन बॉबी, प्रेम चोपड़ा, प्रेम नाथ और परीक्षित साहनी जैसे दिग्गज कलाकार थे. शशि और शत्रुघ्न के किरदारों में तो खूब शेड्स भी थे, यश जी फिल्म में परीक्षित साहनी के रोल के लिए धर्मेंद्र को लेना चाहते थे परन्तु रोल इतना छोटा था की धर्मेंद्र नहीं कर पाए , संजीव कुमार ,पूनम ढिल्लों , इफतिकार और सुरेश ओबेरॉय ने जरूर गेस्ट भूमिका की । दरसल यशजी तो ऋषि कपूर को भी लेना चाहते थे पर समय न होने के कारण वह इस फिल्म को न कर सके वर्ना रवि का रोल ऋषि करते और मंगल का शशि
फिल्म के गीतकार साहिर लुधियानवी थे ( ये उनकी यश जी के साथ आखिरी फिल्म थी ) व संगीतकार राजेश रोशन , आवाज दी किशोर कुमार, लता मंगेशकर, महेंद्र कपूर, मोहम्मद रफ़ी, पामेला चोपड़ा, एस.के. मोहन, ऊषा मंगेशकर ये भी कहा जाता है की यश जी फिल्म के संगीत से उतना खुश नहीं थे वैसे भी वह फिल्म के लिए खैयाम साब को लेना चाहते थे परतु स्वास्थ ठीक न होने के कारण उन्होने मना कर दिए , लिहाजा उन्होंने – शिव हरी ( मशहूर बांसुरी और सरोद वादक ) से संपर्क किया परतु उन्होंने रोशन परिवार के कारन मन कर दिया पर वादा कर दिया की अगली फिल्म जरूर करेंगे ( जो थी सिलसिला ) उधर लता दी ने भी बोल दिया की यदि राजेश नहीं तो वह कभी भी यशराज बैनर के लिए नहीं गायेगी ये सब देखते हुए यश जी पूरी फिल्म राजेश रोशन के साथ की ।
- 1980 फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार – नामांकन -सर्वश्रेष्ठ फिल्म ,सर्वश्रेष्ठ निर्देशक – यश चोपड़ा,सर्वश्रेष्ठ अभिनेता – अमिताभ बच्चन,सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता – शत्रुघन सिंहा,सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री – नीतू सिंह,सर्वश्रेष्ठ कथा – सलीम ख़ान, जावेद अख्तर,सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशक – राजेश रोशन,सर्वश्रेष्ठ पार्श्वगायक – किशोर कुमार, “एक रास्ता है जिंदगी” गाने के लिए
इसी फिल्म में शत्रुघ्न सिन्हा ताश के पत्ते खेलते वक़्त बोलते हैं – की तीसरे बादशाह हम है /मंगल का खून कोई नींबू सोडा नहीं.. जो ठर्र से खोला और ढार से पी जाए
आज से चार दशक पहले रिलीज हुई काला पत्थर ने बॉक्स ऑफिस पर करीब 6 करोड़ से ज्यादा का बिजनेस किया था. फिल्म हिट थी. अगर फिल्म कलेक्शन को 2022 के आधार पर देखें तो अनुमान है कि काला पत्थर का कलेक्शन करीब 135 करोड़ के आसपास होता.