कादर खान ने नहीं कहा था अमिताभ बच्चन को ‘सर जी’ , जाने कैसे बढ़ी दोनों के बीच दूरियाँ
कादर खान का अमिताभ बच्चन को ‘सरजी’ ना कहना पड़ा भारी :
कादर खान ने बताया था कि क्यों वे दिग्गज एक्टर अमिताभ बच्चन को ‘सरजी’ कहकर नहीं बुला सकते थे। क्योंकि दोनों एक्टर्स के बीच काफी अच्छा रिश्ता था। इंटरव्यू में, कादर ने यह भी बताया था कि इसके बाद अमिताभ के साथ कई प्रोजेक्ट्स से उन्होंने खुद को दूर क्र लिया था और उनके साथ काम नहीं किया। उन्होंने अमिताभ बच्चन को किसी और नाम से बुलाना भी असंभव लग रहा था, क्योंकि वे उनके दोस्त और भाई थे। अमिताभ और कादर ने एक साथ कई फिल्मों में काम किया था। उन्होंने ‘अमर अकबर एंथनी’, ‘दो और दो पांच’, ‘कालिया’, ‘सत्ते पे सत्ता’, ‘कुली’, ‘शहंशाह’, ‘अग्निपथ’ सहित कई फिल्मों में एक साथ काम किया था.
बिग बी को ‘सरजी’ नहीं कह पाए थे कादर खान
फिल्मी ड्रामा द्वारा साझा किए गए एक पुराने इंटरव्यू में बताया, कादर खान कह रहे थे कि मैं अमितजी को ‘अमित, अमित’ बोलता था। एक निर्माता ने मुझसे आकर कहा, ‘आप सर जी से मिले’, मैंने बोला, ‘कौन सरजी?’।‘आपको सरजी नहीं मालूम वे लंबे आदमी’।अमितजी कहीं से आ रहे थे। मैंने कहा, ‘वो तो अमित है, सरजी कब से हो गए?
अमिताभ बच्चन के साथ बढ़ गई थीं दूरियाँ
कादर खान ने ये भी बताया था, ‘सबने सरजी बोलना शूरु कर दिया था’। मेरे मुंह से सरजी नहीं निकला और जब मैंने सरजी नहीं बोला तो मैं ग्रुप से ही निकाला गया। कोई अपने दोस्त,भाई को किसी और नाम से पुकार सकता है। उनसे वो रिश्ता नहीं रहा। इसलिए, ‘खुदा गवाह’ में मैं नहीं रहा, फिर ‘गंगा जमुना सरस्वती’ मैंने आधी लिखी थी और फिर छोड़ी दी थी। कई फिल्मो में मैंने काम करना शुरू कर दिया था, लेकिन फिर मैंने उन्हें बीच में ही छोड़ दिया था।
निर्देशक और स्क्रिप्ट राइटर भी थे कादर खान
कादर खान 4’s से अधिक समय तक बॉलीवुड में केवल एक एक्टर ही नहीं थे, बल्कि निर्देशक और स्क्रिप्ट राइटर भी थे। उनकी आखिरी फिल्म 2015 में ‘हो गया दिमाग का दही’ रिलीज हुई थी।उन्होंने अपने करियर में कई पुरस्कार जीते थे। कादर खान को मरणोपरांत पद्मश्री से भी सम्मानित किया गया।