कैसे बनी 1992 की सबसे बड़ी सफल फिल्म – जो जीता वही सिकंदर
आमिर खान, आयशा जुल्का और पूजा बेदी की मुख्य भूमिका वाली किशोर रोमांस-ड्रामा -जो जीता वही सिकंदर आज से 30 साल पहले रिलीज़ हुई थी। फिल्म को इतना पसंद किया गया की लोग इसमें आपने आप को देखने लगे फिल्म के पात्र संजय ( संजू ), अंजलि , देविका , शेखर सभी ऐसे लगे की अपने मोहल्ले वाले जैसे ही तो है । मंसूर खान के निर्देशन में बनी इस फिल्म ने इंडस्ट्री के साथ-साथ फैंस के दिलों में भी आमिर की जगह पक्की कर दी। हालाकि मंसूर के साथ आमिर पहले क़यामत से क़यामत तक कर चुके थे ।
फिल्म का संगीत भी जादू था जो दिए था जतीन ललित की जोड़ी ने । फिल्म के गीत लिखे थे मजरूह सुल्तानपुरी ने – पहले नशा , यहाँ के हम सिकंदर के साथ , नाम है मेरा फोंसेका बेबी तुम , जावा हो यारो सारे हे गीत बहुत सुपर हिट हुए फिल्म ने स्कूल और कॉलेज जाने वालो के बीच एक नयी दीवानगी पैदा कर दी थी ।
पहला नशा गाने से ही फरहा खान ने अपने आप को बॉलीवुड मैं स्थापित किया जिसको बहुत सराहा गया । इसी गीत के अंदर पूजा बेदी पर मर्लिन मुनरो स्टाइल पर एक सीन पिल्माया गया
फिल्म मैं काफी फेरबदल हुए – पहले दीपक तिजोरी का जगह मिलिंद सोमैन , मिमिक के स्थान पर आदित्य पंचोली थे , कहा तो येह भी जाता है की शेखर वाले किरदार के लिए अक्षय कुमार भी आये थे , सबसे पहले नगमा को भी इस फिल्म के लिए एप्रोच किया गया था ,आयशा के पहले भी गिरीजा नामक हीरोइन फाइनल हुई थी , बचपन के रोल में इसमें इमरान और फैसल खान भी दिखाई दिए थे ,लोकप्रिय वीजे मारिया गोरेटी ने ‘जवां हो यारों’ गाने में मॉडल स्कूल की एक नर्तकी के रूप में एक कैमियो किया।
इस फिल्म में अमोल गुप्ते भी दिखाई दिये थे जो एक बड़े लेखक है जो रेस के कमेंटटर बने थे । आमिर की दोस्त बने आदित्य को बाद में लगान में भी लिया गया । असरानी और खरबंदा साब ने भी इसमें सराहनीय कार्य किया ।
फिल्म को उस साल की बेस्ट फिल्म और संगीत के लिए भी चुना गया व्यावसायिक दृष्टि से भी फिल्म के संगीत ने और बॉक्स ऑफिस में बहुत पैसा कमाया ।