कौन है बॉलीवुड का ‘राणा रेज़’? , जिसकी पहचान हेलेन का असिस्टेंट होने तक थी
राणा रेज़ : बॉलीवुड की मशहूर अदाकार और डांसर हेलेन का असिस्टेंट। क्या आप जानते हैं राणा रेज़ को?
नहीं ना ! अक्सर असिस्टेंट गुमनाम ही रह जाते हैं। पर इस असिस्टेंट को आप शायद इसलिए नहीं जानते, क्योंकि इसने तो अपना असली नाम ही छुपा रखा था। जी हाँ, यह राणा रेज़ कोई और नहीं, बल्कि हम सबके चहेते डिस्को डांसर मिथुन दा यानि मिथुन चक्रवर्ती हैं।
तीन नेशनल अवॉर्ड से नवाज़े गए मिथुन दा
तीन-तीन नेशनल अवॉर्ड से नवाज़े गए मिथुन दा ने अपने करियर की शुरुआत हेलेन के असिस्टेंट के रूप में की थी। उन दिनों स्टेज पर डांस करते हुए मिथुन बस एक ही दुआ करते थे कि किसी तरह किसी बड़े फिल्मकार की नज़र उन पर पड़े और उन्हें कोई रोल मिले।
क्रिटिक्स उन्हें Bollywood’s Miracle कहते है
शायद यह इन दिनों का संगर्ष ही था कि 1993 से 1998 के बीच लगातार 30 फ़िल्में फ्लॉप होने के बावजूद, मिथुन दा ने कभी हार नहीं मानी, न ही कभी निराश हुए। होते भी कैसे ? उस वक़्त मिथुन का जादू ऐसा था , कि इतनी फ़िल्में फ्लॉप होने के बावजूद, उनके पास 12 और फ़िल्में थीं। यही वजह थी कि क्रिटिक्स उन्हें Bollywood’s Miracle कहते थे।
करिश्मा तो था! जिस डांसिंग स्टेज से उन्होंने शुरुआत की थी, उसी ने उन्हें उनकी सबसे हिट फिल्म दिलवाई – डिस्को डांसर! बी. सुभाष ने उन्हें हेलेन नाइट्स में पहली बार राणा रेज़ के रूप में ही देखा था और अपनी फ़िल्म डिस्को डांसर के लिए चुन लिया था। इस फिल्म के बाद मिथुन सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि रूस में भी मशहूर हो गए थे। माना जाता है कि राज कपूर के बाद, वहां उन्हीं का बोलबाला था।
पहली ही फ़िल्म ‘मृगया’ के लिए बेस्ट एक्टर का नेशनल अवॉर्ड मिला
सिर्फ दर्शकों में ही नहीं, बल्कि लेखकों में भी मिथुन का कम बोलबाला नहीं है। अपनी पहली ही फ़िल्म ‘मृगया’ के लिए बेस्ट एक्टर का नेशनल अवॉर्ड पाने वाले मिथुन दा पर अब तक 8 किताबें लिखी जा चुकी हैं, जिनमें से सिर्फ एक उन्होंने खुद लिखी है।
पर्दे और पन्नों का यह नायक अपनी असल ज़िन्दगी में भी किसी नायक से कम नहीं है। दो बेटों के बाद, मिथुन दा ने एक बेसहारा बच्ची को गोद लिया और उसे माता पिता का साया दिया। किसने सोचा था कि हेलेन के पीछे कहीं छिपा हुआ यह बैकग्राउंड डांसर एक दिन डांसिंग का बादशाह कहलायेगा या राणा रेज़ एक दिन सबका चहेता मिथुन दा बन जाएगा!
मिथुन दा की कहानी याद दिलाती रहेगी कि मेहनत और लगन से इंसान अपनी किस्मत खुद बदल भी सकता है और लिख भी सकता है!