जैकी श्रॉफ जिन्हें नहीं आती थी एक्टिंग और डांस फिर कमाया बॉलीवुड में नाम , जैकी की कहानी सुभाष घई की जुबानी
सबको पता है की 11वीं तक पढ़े जैकी श्रॉफ पर किस्मत एक ट्रैवेल एजेंसी में काम करते वक्त तब मेहरबान हुई जब एक विज्ञापन एजेंसी में काम करने वाले बंदे की नजर उन पर पड़ी और उन्हें अपने जीवन का पहला कमर्शियल हासिल हुआ। उसके बाद देव आनंद की पारखी नजरों ने उन्हें ‘स्वामी दादा’ दिलाई और शो मैन सुभाष घई की नए चेहरों की तलाश ने फिल्म ‘हीरो’।
जैकी श्रॉफ के करियर में यूं तो तमाम निर्देशकों ने अहम भूमिका निभाई है लेकिन उनका निर्माता निर्देशक सुभाष घई को आज भी कह अपना गॉड फादर मानते है । एक बार सुभाष ने बताया कि जैकी का फिल्मों में सफर शुरू हुआ और कैसे वह उनकी सादगी के फैन हैं हो गए सुभाष ने कहा, ‘जैकी जब स्ट्रगल कर रहे थे तब मैं उनसे मिला. मैंने उनसे पूछा कि आपको सिंगिंग आती है? कहते नहीं, मैंने पूछा डांस? कहते नहीं. फिर मैंने कहा एक्टिंग तो कहते वो भी नहीं. मैंने पूछा कि फिर आप यहां मेरे पास फिल्मों में काम करने के लिए क्यों आए? वो कहते मुझे भी नहीं समझ आ रहा कि मैं क्यों आया. मेरे दोस्त ने कहा कि चलो वहां जाते हैं काम मांगते हैं तो मैं आ गया.
सुभाष जी ने बताया कि उन्होंने फिर अपनी फिल्म के लिए जैकी को बतौर लीड एक्टर साइन किया क्योंकि उन्हें जैकी की सादगी काफी पसंद आई. जैकी ने फिल्म की स्क्रिप्ट सुनी, लेकिन उन्हें यकीन नहीं हो पा रहा था कि सच में उन्हें फिल्म मिल गई है. इसके बाद सुभाष कहते हैं, फिल्म मिलने के बाद जैकी थोड़ा शॉक्ड हो गए. वो जब वहां से निकले तो गेट पर पहुंचने के बाद वापस आए और कहा देखिए मैं सच बोलने वाला इंसान हूं. मैंने देवानंद की फिल्म में काम किया है. उसमें शक्ति कपूर ने एक गुंडे का रोल किया था जिनका एक असिस्टेंट गुंडा होता है और उस असिस्टेंट का भी एक असिस्टेंट गुंडा था वो रोल मैंने किया था. आप मुझे हीरो के तौर पर लेने वाले हैं, देखिए कहीं आप फंस ना जाएं.
पर सुभाष जी को उनके ऊपर यकीन थे और कहा सच साबित हुआ फिल्म रिलीज़ हुई और हिट हुई जैकी रातो रात बड़े स्टार बन गए , इस फिल्म के बाद – 1986 कर्मा ,1989 राम लखन ,1991 सौदागर,1993 खलनायक,1995 त्रिमूर्ति,2001 यादें जैसी बड़ी फिल्मो में दोनों ने साथ काम किया अधिकाँश फिल्मे के निर्माता निर्देशक और लेखक स्वयं सुभाष जी ही थे ।
आज भी जब भी मौका मिलता है तो जैकी सुभाष जी की तारीफ़ करना नहीं भूलते वह उनको अपना गॉड फादर मानते है। उम्मीद हे जल्द ही किसी प्रोजेक्ट मैं साथ काम करेंगे ।