‘एक थी रानी ऐसी भी’ सिंधिया घराने पर बनी विनोद -हेमा की आखिरी फिल्म
सिंधिया राजघराने की राजमाता विजयराजे सिंधिया पर आधारित ये फिल्म मई 2017 में ज़ी चैनल पर प्रदर्शित हुई थी ।जब भी भाजपा के इतिहास का जिक्र होगा उसमें ग्वालियर पर राज करने वाली राजमाता विजयाराजे सिंधिया का नाम जरूर आएगा। विजयराजे सिंधिया भाजपा के संस्थापक सदस्यों में से एक थीं। ग्वालियर चंबल क्षेत्र में उन्हें राजमाता के ही नाम से जाना जाता था । सरलता, सहजता और संवेदनशीलता की वह मिसाल थीं। वह कई दशकों तक जनसंघ की सदस्य रहीं। इसके साथ ही भारतीय जनता पार्टी के सह संस्थापक भी रहीं।
गोवा की गर्वनर मृदुला सिन्हा की बुक ‘राजपथ से लोकपथ पर’ पर बेस्ड इस फिल्म को बनाने में 7 साल का लंबा वक्त लग गया। फिल्म में विजय राजे सिंधिया का रोल हेमा मालिनी ने निभाया है। फिल्म का निर्माण राजमाता विजया राजे सिंधिया स्मृति न्यास ट्रस्ट ने किया है फिल्म के डायरेक्टर गुल बहार सिंह हैं। फिल्म के रिलीज़ होने का कुछ ही दिन पहले विनोद खन्ना की मृत्यु हो गयी थी ।
पूरी फिल्म इन्हीं के आसपास घूमती है। फिल्म में विनोद खन्ना ने हेमा के पति जियाजी राव सिंधिया का रोल निभाया है। फिल्म की शूटिंगराजस्थान, छत्तीसगढ़, हैदराबाद और महाराष्ट्र की अलग-अलग लोकेशन पर हुई । विनोद खाना और हेमाजी ने अपना राजनैतिक करियर भी भारतीय जनता पार्टी के साथ ही शरू किया था ।
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( विनोद खन्ना के दोस्त अमिताभ बच्चन ने इस फिल्म (एक थी रानी ऐसी भी) के थिएट्रिकल ट्रेलर को मुंबई में लॉन्च किया था)
फिल्म में विजयाराजे की लाइफस्टाल, माँ बेटे का रिश्ता , स्ट्रगल, जीत-हार और उनके विचार दिखाया गया है।एक थी रानी ऐसी भी राजनीतिक फिल्म नहीं है बल्कि फिल्म एक माँ और पुत्र की रिश्ते को बहुत खूबसूरती से दिखाया गया है । इस विषय पर शोध करने में बहुत समय लगा। राजमाता विजया राजे सिंधिया की बेटियों एवं परिवार से कई बार सलाह मार्ग दर्शन लेने होता था की फिल्म में कही कोई कमी न रह जाए पड़ी और जैसा की हम सब जानते है की पूरा परिवार देश सेवा में है और एक्टिव पोलिस्टिक्स में है इसलिए मुलाकात और विषय की बारीकी को समझने में वक़्त लगता था था।