ऐसा क्या हुआ जो रंजीत को उनके ही माँ बाप ने निकाल दिया था घर से बाहर , जाने क्या थी इसकी पीछे की वजह
दोस्तों , बॉलीवुड के खूंखार विलेन में से एक रंजीत भी हैं, लेकिन एक वक्त था जब उन्हें हर फिल्म में देखा जाता था । आपको बता दे की यह एक मशहूर विलेन थे , जिनकी पहचान एक समय में रेपिस्ट के नाम से हुआ करती थी। उनका जन्म 1946 में अमृतसर के एक गांव जंडियाला गुरु में हुआ था। आपको बता दे की कम ही लोग जानते हैं कि रंजीत का असली नाम गोपाल बेदी है आज हम इसी विलेन रंजीत के बारे में बात करने जा रहे है , तो चलिए जानते है –
एयर फोर्स में नौकरी करना चाहते थे रंजीत-
आपको बता दे की रंजीत एक्टर नहीं बल्कि एयर फोर्स में नौकरी करना चाहते थे, लेकिन नेशनल डिफेंस अकादमी में ट्रेनिंग लेने के दौरान उनके साथ एक ऐसी घटना हो गई कि उन्हें अकादमी से ही निकाल दिया गया था। घटना यह थी वह नेशनल डिफेंस अकादमी में ट्रेनिंग के दौरान उन्हें ट्रेनर की बेटी से प्यार हो गया। यह बात ट्रेनर को बिल्कुल भी पसंद नहीं आई और उन्हें वहां से निकाल दिया गया।
इसी दौरान राजस्थान के कोटा निवासी रणजीत सिंह उर्फ रॉनी से भी उसकी जान पहचान हो गई। “वह ब्रिटिश और भारतीय फिल्म उद्योगों से अच्छी तरह से जुड़े हुए थे और मुझसे पूछा कि क्या मैं फिल्मों में शामिल होना चाहता हूं।” रॉनी जिंदगी की रही फिल्म की योजना बना रहा था और उसने रंजीत को अपने साथ मुंबई चलने के लिए कहा। आपको बता दे की मुंबई में रंजीत का परिचय स्वर्गीय सुनील दत्त से हुआ। इसके बाद उन्हें फिल्म ‘जिंदगी की राहें’ में लीड रोल भी मिला, लेकिन यह फिल्म कभी बनी ही नहीं। उन्होंने 1970 में आई फिल्म ‘सावन भादो’ से करियर की शुरुआत की। उन्हें फिल्मों में शुरुआत से विलेन का रोल ही ऑफर हुआ। आपको बता दे की उन्हें पहचान 1971 में आई फिल्म ‘शर्मीली’ से मिली।
मां ने निकाल दिया था घर से-
एक इंटरव्यू में रंजीत ने कहा था की “मैं एक बार खुश होकर अपने परिवार को अपनी फिल्म दिखाने को ले गया। जब लौटकर घर आए तो मैंने देखा कि घर में रोना-धोना मच गया है। फिल्म में मेरा रोल देखकर मां काफी नाराज हो गई थी, और उन्होंने कहा कि यही तुम्हारा काम है, लड़कियों के साथ गलत करते हो। निकल जाओ घर से. मैं मां की बात सुनकर शॉक्ड रह गया था। मैंने मां खूब मनाने की कोशिश की और उन्हें समझाया कि ये सब फिल्मों में है.”
इन फिल्मों में किया काम-
आपको बता दे की रंजीत ने ‘आप की कसम’, ‘हाथ की सफाई’, ‘धर्मात्मा’, ‘रेश्मा और शेरा’, ‘खोटे सिक्के’, ‘नागिन’, ‘अमर अकबर एंथनी’, ‘खून पसीना’, ‘हीरालाल-पन्नालाल’, ‘मुकद्दर का सिंकदर’, ‘नमक हलाल’, ‘सुहाग’, ‘लावारिस’, ‘नो प्रॉब्लम’, ‘हाउसफुल 2’, ‘शूटआउट एट वडाला’ आदि फिल्मों में काम किया है।