देखे शर्मिला टैगोर की सुपरहिट फिल्मे , गुलमोहर से लेकर नायक तक है शामिल
वेटरन एक्ट्रेस शर्मिला टैगौर :
अपने शानदार अभिनय और खूबसूरती से हर किसी को दीवाना बना चुकीं हिंदी सिनेमा की दिग्गज अभिनेत्री और वेटरन एक्ट्रेस शर्मिला टैगौर 11 साल के बाद फॉक्स स्टार स्टूडियोज के प्रोडक्शन और चाल्कबोर्ड एंटरटेंटमेंट प्रोडक्शन में बन रही फिल्म ‘गुलमोहर’ में एक बहुत ही अहम किरदार निभाते हुए नजर आएंगी। इस फिल्म में पद्मभूषण और नेशनल अवॉर्ड विनर वेटरन एक्ट्रेस कुलमाता के रूप में नजर आएंगी।
इन सुपरहिट फिल्मो में कर चुकी है काम
कश्मीर की कली, वक्त, नायक, हमसाया और यकीन जैसी कई बड़ी फिल्मों से सबको दीवाना बनाने वालीं एक्ट्रेस शर्मिला टैगोर ने 11 साल के बाद फिल्म ‘गुलमोहर’ से बॉलीवुड में कमबैक करने जा रही है। फिल्म को लेकर एक्ट्रेस ने बताया , ‘इस प्रोजेक्ट से जुड़कर मुझे बेहद खुशी हो रही है और फिल्म के सेट पर भी एक पारिवारिक और स्नेहपूर्ण माहौल था। मैंने जब पहली बार फिल्म की स्क्रिप्ट सुनी थी तो तुरंत हामी भर दी थी, क्योंकि कहानी का पारिवारिक स्पर्श मुझे छू गया। ये एक खूबसूरत फिल्म हैं जो आज के लोगो को बेहद पसंद आएगी’।
मनोज बाजपेयी के साथ आएगी एक्ट्रेस नज़र
बॉलीवुड में अपने अलग और शानदार अंदाज से फैंस के दिलों में अपनी जगह बनाने वाले बहु-प्रतिभाशाली अभिनेता मनोज बाजपेयी भी ‘गुलमोहर’ में शर्मिला टैगोर के साथ काम करने के लिए काफी उत्साहित दिखें। अपनी खुशी व्यक्त करते हुए एक्टर ने कहा, ‘इस फिल्म को साइन करने के पीछे, काफी वजह हैं। पहली वजह फिल्म की बेहतरीन कहानी है जो काफी अपनी सी लगी और दूसरी बड़ी वजह कि शर्मिला जी के साथ स्क्रीन स्पेस शेयर करना अपने आप में बहुत बड़ी बात हैं।
एक्टर अमोल पालेकर भी हैं फिल्म का हिस्सा
शर्मिला टैगोर और मनोज बाजपेयी के अलावा इस फिल्म में एक्टर अमोल पालेकर, लाइफ ऑफ पाई अभिनेता सूरज शर्मा के साथ-साथ और एक्ट्रेस सिमरन ऋषि बग्गा खास भूमिका में नजर आएंगी। फिल्म का निर्देशन राहुल चित्तेला ने किया और इस फिल्म के गाने सिद्धार्थ खोसला ने गाए हैं। फिल्म की कहानी राहुल चित्तेला और अर्पिता मुखर्जी ने लिखी है। गुलमोहर एक पारिवारिक फिल्म हैं। जिसकी कहानी मल्टी जनरेशन बत्रा फैमिली के इर्द गिर्द घूमती हैं जो लोग अपने 34साल पुराने पारिवारिक घर को छोड़ कर कही और जाने के लिए तैयार हैं और किस तरह से रिश्तों में बदलाव आता है ‘गुलमोहर’ उसी कहानी को बयां करती है।