फिल्म ‘दयावान’ के पहले हीरो थे अमिताभ बच्चन और हीरोइन थी श्रीदेवी, जाने पूरा किस्सा

अभिताभ बच्चन और फ़िरोज़ खान की जोड़ी : 

अमिताभ बच्चन के करियर की पहली सोलो हिट ‘जंजीर’ ने उन्हें हिंदी सिनेमा में बतौर एंग्री यंग मैन स्थापित कर दिया।उनके करियर को असली उड़ान यश चोपड़ा की फिल्म ‘दीवार’ से ही 1975 में मिली। इसके बाद ‘शोले’, ‘चुपके चुपके’, ‘कभी कभी’, ‘हेरा फेरी’, ‘अमर अकबर एंथनी’, ‘खून पसीना’, ‘परवरिश’, ‘कसमे वादे’, ‘त्रिशूल’, ‘मुकद्दर का सिकंदर’ सब मल्टीस्टारर फिल्में हैं। अमिताभ बच्चन का जिक्र आज इसलिए क्योंकि उनकी मल्टीस्टारर फिल्मों में एक भी नाम फिरोज खान के साथ की गई फिल्म का नहीं है। अमिताभ बच्चन और फिरोज खान ने हमेशा एक दूसरे का सम्मान किया और एक दूसरे के काम की इज्जत भी की, बस संयोग ऐसा रहा कि दोनों एक साथ कभी किसी फिल्म में काम नहीं कर सके। जिस फिल्म में इन दोनों की जोड़ी बनते बनते बिल्कुल करीब से रह गई, वो फिल्म है ‘दयावान’

फिरोज खान अभिताभ बच्चन के साथ करना चाहते थे ये फिल्म 

फिल्म ‘दयावान’ का अमिताभ बच्चन से कनेक्शन ये है कि मूल फिल्म ‘नायकन’ के हिंदी रीमेक राइट्स खरीदने के लिए तीन लोग उन दिनों भागदौड़ कर रहे थे। एक दिन उनके पास फिरोज खान का फोन आया। अमिताभ तुरंत भागकर फिरोज खान से मिलने भी गए। फिरोज खान ने तब तक फिल्म ‘नायकन’ के हिंदी रीमेक राइट्स उस वक्त के हिसाब से बहुत बड़ी रकम चुकाकर हासिल कर लिए थे। फिरोज खान औऱ टीनू आनंद के अलावा जो तीसरी शख्सीयत इस फिल्म के रीमेक के कंपटीशन में शामिल थी, वह थे अभिनेता जीतेंद्र। जब बाकी दोनों पार्टियां रीमेक राइट्स के लिए सौदेबाजी कर रही थीं, फिरोज खान ने अपने शाही अंदाज में इस कंपटीशन में एंट्री मारी और 10 लाख रुपये का एक चेक ‘नायकन’ बनाने वालों को थमा दिया। फिरोज खान का बड़ा मन था कि इस फिल्म में एक बार फिर अमिताभ बच्चन ‘डॉन’ का किरदार करें और वह बनें उनके लंगोटिया यार। लेकिन, किस्मत का संयोग देखिए कि तभी विनोद खन्ना का फोन फिरोज खान के पास आ गया। फिरोज खान की फिल्म ‘कुर्बानी’ में विनोद खन्ना ने आखिरी वक्त में काम करने के लिए हां करके उन्हें परेशानी से बचाया था, इस बार बारी फिरोज खान की थी दोस्ती का फर्ज निभाने की और इस चक्कर में अमिताभ बच्चन फिल्म से आउट हो गए।

माधुरी से पहले श्रीदेवी को मिलना था रोल

ये बात तो सब जानते हैं कि फिल्म ‘दयावान’ की चर्चा फिल्म में माधुरी दीक्षित और विनोद खन्ना पर फिल्माए गए अंतरंग दृश्यों को लेकर खूब होती है। दिलचस्प बात ये भी है कि विनोद खन्ना की पत्नी का रोल फिल्म ‘दयावान’ में करने के बाद माधुरी ने विनोद खन्ना के बेटे अक्षय खन्ना की हीरोइन के तौर पर भी फिल्म ‘मोहब्बत’ में काम किया है। ऐसा काम उनसे पहले हेमा मालिनी ने राज कपूर और रणधीर कपूर के साथ क्रमश : ‘सपनों का सौदागर’ और ‘हाथ की सफाई’ में किया था। श्रीदेवी ने भी धर्मेंद्र और सनी देओल दोनों के साथ बतौर हीरोइन ‘चालबाज’ और ‘नाकाबंदी’ में काम किया है। फिरोज खान ने जब अमिताभ बच्चन को फिल्म मे लीड रोल देने की पेशकश की थी तो उनके साथ हीरोइन के लिए बोनी कपूर ने श्रीदेवी के नाम की पैरवी की थी। लेकिन, जब अमिताभ बच्चन की जगह फिल्म में विनोद खन्ना आ गए तो हीरोइन भी श्रीदेवी नहीं रहीं।

 

 

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