हॉलीवुड और बॉलीवुड सितारों के साथ लेकर बन थी ये पहली फिल्म, फिल्म फ्लॉप पर गाने सुपरहिट
फिल्म ‘शालीमार’ :
1970 और 1980 के दशक में जेम्स हेडली चेज के अंग्रेजी उपन्यास फैशन की तरह पढ़े जाते थे। इसी जेम्स हेडली चेज के उपन्यास ‘द वल्चर इज अ पेशेंट बर्ड’ पर इंडो-अमेरिकी निर्देशक कृष्णा शाह ने फिल्म बनाई, शालीमार। एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था कि मैं अपने जमाने का मनोज नाइट श्यामलन था। वह संभवतः पहले भारतीय थे, जिन्हें हॉलीवुड और बॉलीवुड के कलाकारों को साथ लेकर फिल्म बनाई। लेकिन बेहद बड़े बजट में बनी फिल्म ढेर सारे प्रचार-प्रसार के बावजूद फ्लॉप रही। न हिंदी में चली और न अंग्रेजी में। लेकिन जब 1990 में वीडियो और डीवीडी का दौर आया तो ‘शालीमार’ को खूब देखा गया। कई लोगों ने इसे अपने समय से आगे की फिल्म कहते हुए, कल्ट सिनेमा का दर्जा दिया।
अंग्रेजी संस्करण की डबिंग से मना कर दिया गया था धर्मेंद्र को
शालीमार को दो वर्जन में रिलीज किया गया, इंग्लिश और हिंदी। फिल्म का जितना बजट था, बमुश्किल उतना ही बॉक्स ऑफिस कलेक्शन रहा। इंग्लिश में इसे रेडर्स ऑफ द सेक्रेड स्टोन्स नाम से रिलीज किया गया था । धर्मेंद्र, जीनत अमान, शम्मी कपूर, प्रेमनाथ और अरुणा ईरानी के अलावा हॉलीवुड स्टार रैक्स हैरीसन, जॉन सेक्सन और सिल्विया माइल्स की मुख्य भूमिकाएं थी। कादर खान ने रैक्स हैरीसन की आवाज को डब किया। धर्मेंद्र इसलिए नाराज हो गए थे कि उन्हें अंग्रेजी संस्करण की डबिंग से मना कर दिया गया क्योंकि उनका लहजा अंग्रेजों वाला नहीं था। इस फिल्म के बाद धर्मेंद्र ने कसम खा ली थी वह भविष्य में किसी हॉलीवुड फिल्म में काम नहीं करेंगे।
ये कारण थे फिल्म फ्लॉप होने के
फिल्म फ्लॉप होने का सबसे बड़ा कारण था कि दर्शक इससे अपने आप को कनेक्ट नहीं कर पाए। हालांकि हॉलीवुड के जितने भी स्टार्स थे, किसी के भी डायलॉग इंग्लिश में नहीं थे। उनके डायलॉग्स हिंदी में डब किए। इस फिल्म के फ्लॉप होने का एक कारण यह भी था कि उस समय जैसी फिल्में बन रही थी, शालीमार उससे अलग थी। उस समय की दूसरी फिल्मों में डाकू, मुजरा, बदला, मेलोड्रामा और एंग्री यंग मैन छाए थे। बताया जाता है कि पहले यह फिल्म अमिताभ को प्रपोज की गई थी मगर उन्होंने इंकार कर दिया था। तब धर्मेंद्र आए।
फिल्म फ्लॉप, गाने हिट
शालीमार में 9 गाने थे, जिनमें से 3 सुपरहिट थे। हम बेवफा बिल्कुल न थे, आईना वही रहता है और वन टू च च च, इस फिल्म में आखिरी बार शम्मी कपूर पर मोहम्मद रफी की आवाज फिल्माई गई थी। उषा उत्थुप का वन टू च च च बहुत प्रसिद्ध हुआ।