बॉलीवुड की एक ऐसी फिल्म जिसमे है 71 गाने , बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड दुबारा ऐसा कभी नहीं हुआ
फिल्म ”इंद्र सभा’ :
‘इन्दर सभा’ की अश्लीलता और भौंडेपन से क्षुब्ध होकर भारतेन्दु हरिश्चन्द्र ने ‘बन्दर सभा’ नामक नाटक की रचना की थी। 1863 में इसे ‘फ़्रीडरिख़ रोज़न’ ने यूरोपीय पाठकों के लिए जर्मन भाषा में अनुवादित किया, जो कि उस समय के समीक्षकों के द्वारा सराहा गया था। 1932 में ‘मदन थियेटर’ ने इस पर आधारित एक फ़िल्म ‘इन्द्रसभा’ भी बनाई थी। ध्यान दें कि जबकि मूल नाटक का नाम लोक-बोली के अनुसार ‘इंदर सभा’ था, इस पर आधारित फ़िल्म का नाम संस्कृत-प्रथानुसार ‘इन्द्रसभा’ था।
फिल्म में 71 गाने थे
भारतीय फिल्मों में संगीत का विशेष महत्व रहा है। फिल्मों के शुरुआती दौर से ही गाने फिल्म का हिस्सा रहे हैं। 1932 में बनी ‘इंद्र सभा’ ने गानों के मामले में एक रिकॉर्ड बनाया। इस फिल्म में 71 गाने थे। इतने गाने आज तक किसी दूसरी फिल्म में नहीं आये। फिल्मों में गाने न होने का चलन भी इन दिनों बढ़ रहा है। 2000 के बाद रिलीज हुई कई फिल्मों में एक भी गाने नहीं थे।
ये फिल्म 211 मिनट लम्बी है । सबसे पहली भारतीय ध्वनिपूर्ण फ़िल्म ‘आलम आरा’ थी और ‘इन्द्रसभा’ ठीक उस से अगले ही वर्ष रिलीज़ हुई ।