बीआर चोपड़ा की यह फिल्म रिलीज़ होने से पहले रही थी विवादों में , जानिए क्या थी इसकी अनसुनी वजह

इस फिल्म को रिलीज़ हुए 40 साल हो चुके है:

फिल्म ‘निकाह’ को रिलीज हुए आज पूरे 40 साल हो चुके हैं। यह फिल्म 24 सितंबर 1982 को रिलीज हुई थी। निर्माता निर्देशक बीआर चोपड़ा की ‘निकाह’ तीन तलाक को लेकर बनी एक ऐसी फिल्म थी, जिसमें मुस्लिम महिलाओं के दर्द के विभिन्न पहलुओं को बहुत बारीकी से दिखाया गया था। इस फिल्म में पाकिस्तानी एक्ट्रेस सलमा आगा ने एक ऐसी महिला की भूमिका निभाई थी, जिसका पति उसे तलाक दे देता है और फिर बाद में दोबारा शादी करने की इच्छा रखता है। इसके लिए वो अपनी पत्नी का हलाला कराना चाहता है।

इस फिल्म को बनाने में आई थी कई मुश्किलें

‘निकाह’ फिल्म बनाने में बी आर चोपड़ा को कई मुश्किलें आईं। शुरू होने से पहले ही कई लोगों ने अदालत का दरवाजा तक खटकाया लेकिन किसी तरह ये फिल्म पूरी हुई और सफलता के झंडे गाड़ दिए। फिल्म के अलावा इसके गाने भी सुपरहिट रहे, जीने लोग आज भी सुने जाते हैं।

इन सितारों ने निभाई थी मुख्य भूमिका 

इस फिल्म में सलमा आगा और राज बब्बर की जबरदस्त केमिस्ट्री देखने को मिली थी। सलमा आगा को फिल्म की नायिका नीलोफर का रोल दिया गया। राज बब्बर को उनके प्रेमी हैदर और दीपक पाराशर को नीलोफर के शौहर नवाब वसीम का किरदार मिला।

मुस्लिम संगठनों ने फिल्म न देखने के लगवाए थे पोस्टर 

पहले दिन ही मुंबई के साथ साथ देश के कई सिनेमाघरों में फिल्मे को देखने के लिए लंबी लाइन लग गईं। हालांकि फिल्म रिलीज के दो दिन बाद कुछ मुस्लिम संगठनों ने निकाह को न देखने के लिए मुंबई के कुछ सिनेमाघरों पर पोस्टर भी लगवा दिए थे। दरअसल 1982 में बीआर चोपड़ा की फिल्म ‘निकाह’ में पहली बार तीन तलाक की कुरीति के बारे में हाइलाइट किया था। लेकिन फिल्म की कहानी, डायलॉग और गीतों ने ऐसी धूम मचाई कि अधिकतर थिएटर्स हाउसफुल हो गए।

इस फिल्म से ही हुई थी सलमा के फ़िल्मी करियर की शुरुआत 

‘निकाह’ की कहानी को अचला नागर ने लिखा था। इसके लिए उन्हें फिल्मफेयर के सर्वश्रेष्ठ संवाद लेखिका सहित कई अन्य पुरस्कार भी मिले। इस फिल्म से ही सलमा के फिल्मी करियर की शुरुआत हुई। निकाह फिल्म में चार गाने भी सलमा ने ही गाए। जिनमें से तीन गानों के लिए उन्हें फिल्मफेयर अवॉर्ड्स में बेस्ट प्लेबैक सिंगर के लिए नॉमिनेशन भी मिला। फिल्म ‘निकाह’ का नाम काफी खोजबीन और चर्चा के बाद बदल दिया गया था। फिल्म का नाम ‘तलाक तलाक तलाक’ था लेकिन बाद में विवाद के डर से इसे बदल कर ‘निकाह’ कर दिया गया।

ये थी फिल्म की कहानी

हैदराबाद की पृष्ठभूमि पर बनी इस फिल्म में दिखाया गया कि ओसमानिया यूनिवर्सिटी में पढ़ते हुए शायर मिजाज के हैदर अपने साथ पढ़ रही नीलोफर से प्यार कर बैठता है। जबकि नीलोफर की शादी नवाब खानदान के वसीम से हो जाती है। दोनों हनीमून भी मनाते हैं लेकिन कुछ दिन बाद हालात बदलने लगते हैं। शौहर के दिन रात व्यस्त रहने से नीलोफर खुद को अकेला महसूस करती है। एक रात दोनों में झगड़ा होता है और वसीम नीलोफर को तलाक दे देता है। बाद में हैदर और नीलोफर की दोबारा मुलाकात होती है।

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