1947 की जुगनू से लेकर 2020 की तान्हाजी तक , जाने इन फिल्मो के जरिये भारत में सिनेमा का इतिहास

1947 से लेकर 2022 तक की सुपरहिट फिल्मे : 

भारत में सिनेमा का इतिहास बहुत पुराना है। हिंदी में पहली बोलती फिल्म ‘आलम आरा’ से लेकर आज तक सुनहरे    परदे पर कई कहानियां हुई, कुछ कहानियों ने बॉक्स ऑफिस पर सिक्के खनकाए, तो कुछ अपने कहन के ढंग से आज तक दर्शकों के दिल में बसी हुई हैं, कुछे एक चुनिंदा फिल्में जिन्होंने निर्देशन, अभिनय,  गीत-संगीत या अपनी प्रयोगधर्मिता के लिए राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अमिट छाप छोड़ी। तो आज हम आपको आजादी से लेकर अब तक की सुपरहिट फिल्मो के बारे में बताएँगे ।

1.1947 जुगनू, दिलीप कुमार, नूरजहां

दो भाई, शहनाई, परवाना आईं। ध्यान जूगनू ने खींचा। कॉलेज परिसर में रोमांस, और नाच गाने के लिए आलोचना हुई। 28 मिनट की फिल्म सेंसर कर दी। निर्देशक और नायिका पाकिस्तानी थे। इस पर भी विवाद हुआ।

2.1957 मदर इंडिया, नरगिस, सुनील दत्त, राजकुमार, राजेन्द्र कुमार

नया दौर, प्यासा, दो आंखें बारह हाथ के बीच परदे पर अपने ही बेटे बिरजू को गोली मार कर नरगिस ने सारी महफिल लूट ली। स्त्री सशक्तिकरण के आगे सब नतमस्तक हो गए।

3.1968 पड़ोसन, सुनील दत्त, सायरा बानो, किशोर कुमार, महमूद

इसे हिंदी फिल्म इतिहास में बनी सर्वश्रेष्ठ कॉमेडी फिल्मों में से एक माना जाता है। सुनील दत्त की भोली अदा ने दिल जीत लिया। माला सिन्हा, धर्मेंद्र की आंखें ने रिकॉर्ड कमाई की। पहली ऐसी हिंदी फिल्म जिसकी शूटिंग बेरूत में हुई थी।

4.1972 पाकीजा, मीना कुमारी, राज कुमार, अशोक कुमार, नादिरा

दो फिल्मों में नहीं, दो संवादों में मुकाबला था। राजकुमार ने  “आपके पैर बहुत खूबसूरत हैं। इन्हें ज़मीन पर मत रखिएगा, मैले हो जाएंगे” कहा तो राजेश खन्ना ने इसी साल अमर प्रेम में “पुष्पा, आइ हेट ट‌ियर्स” बोला।

5.2015 बजरंगी भाईजान, सलमान खान, करीना कपूर

साल की सबसे बड़ी हिट के बाद भी पीकू और बाजीराव मस्तानी को खास नुकसान नहीं हुआ। ‘मसान’ ने विकी कौशल के रूप में एक प्रतिभाशाली कलाकार दिया।

6.2020 तान्हाजी, अजय देवगन, काजोल

किसे पता था, महामारी दरवाजे पर दस्तक दे चुकी है। छपाक, बागी 3, शुभमंगल ज्यादा सावधान, थप्पड़ मल्टीप्लेक्स में आ पाईं।

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