जाने अभिनेत्री वैजयंती माला ने प्रेमी राज कपूर को छोड़कर इलाज करने वाले डॉ से क्यों की शादी? , पढ़े पूरा किस्सा
60 के दशक की मशहूर अभिनेत्री वैजयंती :
बॉलीवुड में ‘ट्विंकल टोज’ के नाम से मशहूर अभिनेत्री वैजयंती माला 60 के दशक की मशहूर हीरोइन थीं। उन्होंने अपने अभिनय और डांस के दम पर करोड़ों लोगों के दिलों में राज किया। वैजयंती माला ने कई हिट फिल्में दी हैं और उस दशक में मशहूर सभी बड़े अभिनेताओं के साथ काम किया है। इसके साथ ही सभी फिल्मी सितारों की तरह ही वैजयंती माला के अफेयर के चर्चे भी मशहूर हुए थे। लेकिन अभिनेत्री ने शादी उनका इलाज करने वाले डॉक्टर से कर ली थी। तो चलिए आज हम आपको ये किस्सा बताते है ।
1951 में आई फिल्म ‘बहार’ से किया था डेब्यू
वैजयंती माला ने महज 13 साल की उम्र में ही फिल्मी दुनिया में कदम रख दिया था। उन्होंने साल 1949 में आई तमिल फिल्म ‘वड़कई’ से एक्टिंग की शुरुआत की थी। तो वहीं हिंदी सिनेमा में उन्होंने 1951 में आई फिल्म ‘बहार’ से डेब्यू किया था। इसके बाद वैजयंती माला ने कई फिल्मों में काम किया।
‘मैं क्या करूं राम मुझे बुढ्ढा मिल गया’ गाना हुआ था प्रसिद्ध
साल 1964 में आई फिल्म ‘संगम’ में वैजयंती माला ने राधा का किरदार निभाया। उस दौर में राधा का उनका ये किरदार काफी बोल्ड था। इसके साथ ही इस फिल्म में फिल्माया गया गाना ‘मैं क्या करूं राम मुझे बुढ्ढा मिल गया’ काफी प्रसिद्ध हुआ। इस फिल्म में उनके साथ लीड रोल में राज कपूर थे। दोनों की साथ में ये आखिरी फिल्म थी, इसके बाद राज और वैजयंती की हिट जोड़ी टूट गई थी।
पत्नी से किये वादे की वजह से छोड़ा, वैजयंती के साथ फिल्म करना
दरअसल, राज कपूर शादीशुदा थे और उनके बच्चे भी थे। वैजयंती के साथ अफेयर की बात जब राज कपूर की पत्नी कृष्णा को पता चली तो वो अपने बच्चों के साथ होटल में रहने चली गईं। वो करीब साढ़े चार महीने मुंबई के नटराज होटल में रही थीं। राज कपूर के लाख बार मनाने के बाद कृष्णा इस शर्त पर मानी थीं कि वो फिर कभी वैजयंती के साथ फिल्मों में काम नहीं करेंगे। ऐसा ही हुआ, फिल्म ‘संगम’ के बाद राज और वैजयंती ने किसी फिल्म में साथ काम नहीं किया।
इलाज करने वाले डॉ से की शादी
राज कपूर से दूरी होने के बाद वैजयंती अपनी फिल्मों में व्यस्त हो गईं और इसी बीच उन्हें निमोनिया हो गई थी। उनका इलाज करने वाले डॉक्टर चमनलाल बाली वैजयंती माला के बहुत बड़े फैन थे। इलाज के दौरान ही वैजयंती माला और डॉक्टर बाली एक-दूसरे से प्यार करने लगे। 10 मार्च 1968 में इन दोनों ने शादी रचाई और दोनों का एक बेटा हुआ, जिसका नाम सुचिंद्र बाली है।
ये फिल्मे दी इंडस्ट्री को
वैजयंती माला की कामयाब फिल्मों में ‘नई दिल्ली’, ‘नया दौर’ और ‘आशा’ शामिल हैं। इसके अलावा वैजयंती माला को फिल्म ‘मधुमती’, ‘गंगा जमुना’ और ‘संगम’ के लिए फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।