अलका याग्निक : 9/11 हमले का मास्टरमाइंड ओसामा भी था फैन , इस विवाद के चलते फैन्स ने जला दिए थे कैसेट्स
90 के दशक मशहूर सिंगर ‘अलका याग्निक’ :
अलका के सुरीले करियर में उन्हें पॉप्युलैरिटी और बहुत से अवॉर्ड मिले है। लेकिन एक वक्त ऐसा भी था, जब फैन्स ने विवाद के कारण उनके कैसेट्स जला दिए थे। 90 के दशक में अलका याग्निक हिंदी सिनेमाई संगीत की दुनिया का वो नाम थीं, जिनके साथ गाना गाने की हसरत हर सिंगर की थी। 1100 से अधिक गाने गा चुकीं अलका याग्निक की पॉप्युलैरिटी और जादू का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उन्हें 36 बार बेस्ट फीमेल प्लेबैक सिंगर का फिल्मफेयर नॉमिनेशन मिला। यह अपने आप एक रेकॉर्ड है। वैसे तो अलका याग्निक के करोड़ों फैन्स हैं, लेकिन क्या आपको पता है कि ओसामा बिन लादेन भी अलका जी का जबरदस्त फैन था।
9/11 हमले का मास्टरमाइंड ओसामा के घर से मिले थे ‘अलका याग्निक’ सीडी कैसेट्स
अलका याग्निक के इस फैन का खुलासा खुद अमेरिकी जांच एजेंसी सीआईए ने किया था। जब पाकिस्तान के एबटाबाद में अमेरिकी सील कमांडोज ने ओसामा बिन लादेन को घर में घुसकर मारा था, तब उसके घर से अलका याग्निक के गानों की ढेर सारी सीडी कैसेट्स मिले थे। 9/11 हमले का मास्टरमाइंड और अल कायदा का आतंकी सरगना बॉलिवुड के गाने खूब सुनता था।
6 साल की उम्र से सिंगिंग की शुरुआत
कोलकाता के एक गुजराती परिवार में 20 मार्च 1966 को अलका याग्निक का जन्महुआ। उनकी मां शुभा एक क्लासिलक सिंगर थीं। महज 6 साल की उम्र में अलका याग्निक ने रेडियो पर आकाशवाणी के लिए गाना शुरू कर दिया था। 10 साल की उम्र में वह मुंबई आ गईं और फिर सिंगर बनने की तैयारी करने लगीं।
राज कपूर से हुई मुलाकात ने बदली दी जिंदगी
कोलकाता के एक डिस्ट्रीब्यूटर ने अलका याग्निक को राज कपूर से मिलवाया था। राज कपूर अलका की आवाज सुनकर इतने खुश हुए कि उन्होंने लक्ष्मीकांत प्यारेलाल को चिट्ठी लिख डाली। लक्ष्मीकांत प्यारेलाल ने अलका को दो विकल्प दिए। एक- वो अभी से बतौर डबिंग आर्टिस्ट काम करे, दूसरा- बतौर सिंगर फिल्मों में एंट्री के लिए थोड़ा इंतजार करे। अलका याग्निक की मां ने दूसरा विकल्प ज्यादा बेहतर समझा।
‘तेज़ाब’ के गाने ‘एक दो तीन’ ने दिलाई पॉप्युलैरिटी
अलका याग्निक ने 1980 में फिल्म ‘प्यार की झनकार’ के लिए पहला गीत गाया। लेकिन उन्हें पॉप्युलैरिटी मिली 1988 में फिल्म ‘तेजाब’ के गाने ‘एक दो तीन’ से। इस गाने के लिए अलका याग्निक को पहला बेस्ट फीमेल सिंगर का फिल्मफेयर अवॉर्ड मिला। अलका याग्निक की पॉप्युलैरिटी देखते ही देखते इतनी बढ़ गई कि उनकी तुलना तब लता मंगेशकर और आशा भोसले से होने लगी थी।
जब फैन्स ने गुस्से में जला दिए कैसेट्स
साल 1993 में अलका याग्निक पहली बार विवादों में भी आ गईं। ‘खलनायक’ फिल्म में उन्होंने ईला अरुण के साथ ‘चोली के पीछे क्या है’ गाना गाया। इस गाने के बोल पर तब खूब विवाद हुआ था। इसे कई लोगों ने ‘बेहूदा गाना’ बताया था। आनंद बख्शी के इस गाने के कारण फिल्म के कैसेट्स को भी जलाया गया। जबकि अलका को इस गाने के लिए उनका दूसरा फिल्मफेयर अवॉर्ड मिल गया।
‘दिन में लेती है…’ को लेकर भी हुआ विवाद
साल 1994 में अलका याग्निक ने एक और गाना गाया, जिस पर खूब बवाल मचा। ‘अमानत’ फिल्म के लिए उन्होंने कुमार सानू के साथ यह सॉन्ग गाया था। बोले थे, ‘दिन में लेती है…’ बप्पी लहरी के इस कंपोजिशन को उस दौर के सबसे बेहूदा गानों में गिना जाने लगा। अलका ने इस गाने का एक वर्जन ईला अरुण के साथ भी गाया था।
पति के साथ लंबे समय तक लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशन
बेहद सौम्य स्वभाव की अलका ने ‘नीरज कपूर’ से साल 1989 में शादी की थी। नीरज शिलॉनग बेस्ड बिजनसमैन हैं। शादी के बाद अलका याग्निक और नीरज लंबे समय तक लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशन में रहे। इसकी एक बड़ी वजह थी कि अलका अपना करियर बढ़ाने के लिए मुंबई आ गईं, जबकि नीरज अपना बिजनस छोड़कर आना नहीं चाहते थे। कुछ साल बाद वह भी मुंबई शिफ्ट हो गए।
बेटी सायशा की हो गई शादी
अलका याग्निक और नीरज की एक बेटी हैं, जिनका नाम ‘सायशा’ है। सायशा ने साल 2018 में अमित देसाई से शादी की थी। इससे पहले दोनों ने साल 2017 में सगाई की थी। अलका याग्निक ने हाल के दिनों में पंकज त्रिपाठी की फिल्म ‘कागज’ के लिए ‘बैलगाड़ी’ सॉन्ग गाया है। जबकि वह लंबे समय से टीवी पर भी सिंगिंग रियलिटी शोज की जज के रूप में नजर आ रही हैं।