जाने मीत ब्रदर की कहानी छोटे से शहर से मुंबई तक का सफर , आज बॉलीवुड में लगातार जा रहे गाने हिट
पंजाबी परिवार से आने वाले मीत ब्रदर्स । जो की ग्वालियर के रहने वाले है । इनके पिता का नाम गुलजार सिंह और माता का नाम निम्मी गुलजार है। इनकी माँ चाहती थी की दोनों मुंबई जाकर नाम कमाएं पर उनके पिता चाहते थे की वो अपनी शिक्षा पूूरी कर बिज़नेस को आगे बढ़ाये । इसलिए उनके पिता ने दोनों बेटों का – हरमीत और मनमीत का बोर्डिंग स्कूल में दाखिल करवाया। उनकी शुरूआती शिक्षा सिंधिया कन्या विद्यालय से हुईं। इसके बाद वे उच्च शिक्षा के लिए मुंबई चले गए। दोनों भाइयों ने अपनी ग्रेजुएशन मुंबई के सीडेनहम कॉलेज से पूरी की ।
एक्टिंग छोड़ संगीत को चुना
बॉलीवुड में कदम रखने के लिए उन्होंने एक्टिंग से शुरुआत की पर उनके एकल गाने “जोगी सिंह बरनाला सिंह” की सफलता के बाद उन्होंने एक्टिंग को छोड़ संगीत को चुन लिया। और उसके बाद उन्होंने कई फिल्मों में संगीत निर्देशक के तौर पर काम किया और हिट संगीत दिया।। दोनों ने संगीत में औपचारिक शिक्षा ग्रहण नहीं की है। दोनों ने टीवी सीरियल “क्योंकि सास भी कभी बहू थी” और “शगुन” में भी काम किया है।
बदलते म्यूजिक के दौर में वायरल म्यूजिक का मतलब समझाते हुए बॉलीवुड की मशहूर संगीत निर्देशक जोड़ी मीत ब्रदर्स ने नए सिंगर्स को बड़ा संदेश दिया है। मुंबई में कवर स्टार फाइनल कॉन्टेस्ट में बतौर जज शामिल रहे मीत ब्रदर्स के मनमीत सिंह और हरमीत सिंह का मानना है कि अब म्यूजिक इंडस्ट्री में नए टैलेंट को गॉडफादर की जरूरत नहीं है।
मीत ब्रदर्स ने नए टैलेंट को बढ़ावा देने के लिए अपना यूट्यूब चैनल भी शुरू किया है।
मनमीत सिंह ने कहा, ‘जब हमने गाना शुरू किया था तब ऐप नहीं होते थे। बहुत ही कम म्यूजिक कंपनी होती थीं जो नए टैलेन्ट को मौका देकर एलबम रिलीज करती थीं। दस साल पहले संगीत की दुनिया में बड़ा तगड़ा संघर्ष था। कैरिओके सिंगिंग मोबाइल ऐप उभरते गायकों को बड़ा प्लेटफार्म दे रहे हैं। अब स्ट्रगल न के बराबर हो गया है। जिनके पास टैलेन्ट है उन्हें अब किसी भी गॉडफादर की जरूरत नहीं है। अपना टैलेन्ट दिखाकर ही कोई भी हिट हो सकता है’’
वहीं हरमीत सिंह ने कहा, ‘सिंगिंग की दुनिया में जो भी लोग अपना नाम बनाना चाहते हैं वो अपने टैलेन्ट को निखारने में अपना ज्यादा से ज्यादा टाइम दें और स्टेज पर पर्फार्मेंस जरूर दें, इससे कॉन्फिडेंस बढ़ता है।’