आमिर खान जो कभी बॉलीवुड में अपनी जगह बनाने के लिए दिन-रात करते थे मेहनत , कभी टेक्सी-ऑटो के पीछे लगाते थे फिल्म के पोस्टर आज है सुपरस्टार
आमिर खान को बॉलीवुड का मिस्टर परफेक्शनिस्ट कहा जाता है, जिसके पीछे की वजह है फिल्मों को लेकर उनका डेडिकेशन। कैरेक्टर में ढलने और एक-एक सीन को रियल दिखाने, दर्शकों के साथ जुड़ने के लिए आमिर अपनी फिल्म के एक-एक हिस्से पर खुद काम करते हैं।यही वजह है कि उन्हें मिस्टर परफेक्शनिस्ट कहा जाता है।

आपको बता दे की आज आमिर इंडस्ट्री के सबसे सफल अभिनेताओं में से हैं, लेकिन एक समय था जब अभिनेता इंडस्ट्री में अपनी जगह बनाने के लिए दिन-रात मेहनत कर रहे थे। जब अभिनेता की पहली फिल्म रिलीज होनी थी, उन्होंने इसे दर्शकों तक पहुंचाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। कैसे, चलिए आपको बताते हैं

आमिर खान ने एक पुराने इंटरव्यू में बताया था कि अपनी पहली फिल्म रिलीज होने से पहले वह इस बात को लेकर काफी ज्यादा परेशान थे कि फिल्म चलेगी या नहीं।

बता दे की दर्शकों तक ये फिल्म पहुंचे, इसमें आमिर खान ने कोई कसर नहीं छोड़ी थी। अभिनेता ने खुद बताया था कि इसके लिए टेक्सी-ऑटो तक में अपनी फिल्म के पोस्टर लगाते थे।
आमिर ने कहा कि, कुछ ड्राइवर तो फिल्म के पोस्टर लगाने के लिए हां कह देते तो कई पोस्टर लगाने से मना कर देते। कई बार तो ऐसा भी हुआ कि ड्राइवर ने उनके पोस्टर लगाने से मना भी कर दिया।
बता दे की आमिर ने कहा- ‘मैं जब भी किसी से मिलता था तो कहता था कि ये फिल्म जरूर देखिएगा। मैं अपने दोस्तों से भी फिल्म देखने को कहता था। दोस्तों के साथ मुंबई की सड़कों पर जाता था और टेक्सी-ड्राइवर को रोककर पोस्टर लगाता था।
आमिर खान ने इस इंटरव्यू में ये भी बताया था कि फिल्मों में एक्टिंग करने से पहले वह बतौर असिस्टेंट डायरेक्टर काम करते थे। उन्होंने अपने चच्चा जान की फिल्मों में भी काम किया था।
बता दें, आमिर खान ने केतन मेहता के निर्देशन में बनी ‘होली’ से अपना बॉलीवुड डेब्यू किया था, लेकिन, उन्हें पहचान ‘कयामत से कयामत तक’ ने दिलाई, जिसमें वह जूही चावला के साथ नजर आए थे।