जब सुनील दत्त ने ठुकरा दिया था पहले फिल्म के प्रस्ताव , इसके पीछे की वजह जानकार आप हैरान हो जाएंगे आप
फिल्मी दुनिया के कई सितारे ऐसे हैं, जिनका काम आज भी नई कलाकारों को प्रेरणा देता है। इन कलाकारों में सुनील दत्त का नाम भी शामिल है।

बता दे की सुनील ना सिर्फ कलाकार के तौर पर बेहतर थे, बल्कि अपनी बात के भी पक्के थे। वह जब किसी से वादा करते थे तो हमेशा उसे पूरा किया करते थे। सुनील दत्त ने एक बार अपने वचन के लिए जिंदगी का सबसे बड़ा प्रस्ताव ठुकरा दिया था।

आपकी जानकारी के लिए बता दे की सुनील दत्त के दिल में हमेशा से ही एक्टर बनने की तमन्ना थी। एक्टिंग की दुनिया में आने से पहले वे रेडियो जॉकी के तौर पर काम करते थे और इसके साथ ही अपनी शिक्षा भी ले रहे थे। वे साउथ एशिया के सबसे पुराने रेडियो सीलोन में काम करते थे और हिंदी पर उनकी पकड़ काफी अच्छी थी।

बता दे की रेडियो पर पे ‘लिपटन की महफिल’ नाम का शो होस्ट करते थे। इस शो के लिए 1953 में आई फिल्म ‘शिकस्त’ के लिए वे दिलीप कुमार का इंटरव्यू कर रहे थे। इसी दौरान उनकी मुलाकात डायरेक्टर रमेश सहगल से हुई और वे दत्त के व्यक्तित्व से काफी प्रभावित हुए।

उन्होंने दत्त को स्क्रीन टेस्ट के लिए बुलाया। सहगल ने दत्त को अपनी अगली फिल्म का प्रस्ताव दिया और 300 रुपये फीस देने का वादा किया।

फिर क्या था ,रमेश सहगल का प्रस्ताव पाकर सुनील दत्त काफी खुश हो गए, लेकिन अगले ही पल उन्हें अपनी मां को दिया वचन याद आ गया। दरअसल, सुनील की मां चाहती थीं कि वे पहले अपनी पढ़ाई पूरी करें फिर एक्टिंग की दुनिया में जाएं। सुनील परेशान होकर सहगल के पास गए और कहा कि ‘मां का दिए वचन के कारण मैं यह फिल्म नहीं कर सकूंगा’।

सुनील की यह बात सुनकर सहगल काफी प्रभावित हुए और उन्होंने सुनील को गले लगाकर कहा कि ‘पहले तुम पढ़ाई पूरी कर लो फिर फिल्म शुरू करेंगे। साल 1955 में सुनील ने सहगल की फिल्म ‘रेलवे प्लेटफॉर्म’ में काम किया।