4 महीने कोमा में रही नरगिस का वेंटिलेटर बंद करने को कह दिया था डॉ. ने, सुनील दत्त ने नहीं मानी हार
अभिनेता सुनील दत्त और नरगिस दत्त :
अभिनेता सुनील दत्त को उनके शानदार अभिनय के लिए याद किया जाता है। उनका जन्म 6 जून 1929 को ब्रिटिश इंडिया के पंजाब राज्य के झेलम जिले में हुआ था। उन्होंने फिल्म ‘रेलवे प्लेटफॉर्म’ से अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की। लेकिन फिल्म मदर इंडिया के बिर्जू के किरदार से उन्हें पहचान मिली थी। उन्हें इसी फिल्म से नरगिस दत्त जैसा खूबसूरत हमसफर भी मिला।
फिल्म ‘मदर इंडिया’ की शूटिंग के दौरान लगी आग दोनों को पास ले आयी
फिल्म ‘मदर इंडिया’ की शूटिंग के एक दृश्य को फिल्माते हुए आग लग गई थी, तब सुनील ने नरगिस की जान बचाई और दोनों एक दूसरे को अपना दिल दे बैठे। दोनों प्यार में इस तरह से डूब चुके थे कि उन्होंने सीक्रेटली शादी कर ली। दोनों की जिंदगी बहुत अच्छी चल रही थी कि तभी सुनील को ये पता चला कि नरगिस को पैंक्रियाटिक कैंसर है। अपनी पत्नी का इलाज करवाने के लिए सुनील दत्त, नरगिस को अमेरिका लेकर गए थे। लेकिन इलाज के दौरान नरगिस कोमा में चली गई थीं।
कोमा में चली गयी थी नरगिस, 4 महीने बाद आयी होश में
नरगिस के कोमा में जाने के बाद डॉक्टरों ने उनका वेंटिलेटर बंद करने की सलाह दी थी, लेकिन सुनील दत्त ने हिम्मत नहीं हारी और उन्होंने डॉक्टरों की बात मानने से इनकार कर दिया। 4 महीने तक नरगिस बेसुध अवस्था में कोमा में रहीं और आखिरकार होश में आ गईं। इसके बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई और 1981 में वो मुंबई लौट आईं। हालांकि कुदरत को कुछ और ही मंज़ूर था और 3 मई 1981 को नगरगिस ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया था।